Ashwagandha(अश्वगंधा) with mystical properties|रहस्यमयी-गुणो से भरपूर अस्वागंधा आपके लिए जानना है बहोत जरूरी

Ashwagandha with mystical properties

परिचय 

हिमालय पर्वत का नाम सुनते ही बर्फ की ऊंची ऊंची पहाड़ियों की फोटो आपकी आंखों के सामने जाती है लेकिन उसकी गोद में बहुत सारी चिजें पायी जाती हैं लेकिन सबसे अहम है औषधि, आज  हम बात करेंगे इन्हीं पर्वतों में मिलाने वाली अश्वगंधा की हर्फनमौला अश्वगंधा तनाव कम करता है और अच्छी निन्दें बढ़ता है और क्या-क्या कम है जानेंगे इस ब्लॉग में,

रहस्यमयी-गुणो से भरपूर अस्वागंधा

अश्वगंधा के काम से पहले बात करेंगे इसके नाम पर सीधे अनुवाद के हिसाब से चले तो घोडे के जैसा कुछ गंध है लेकिन अश्वगंधा की ताजी जड़ में यह गंध अधिक होती है मुख्य तौर पर दो तरह की होती है अश्वगंधा छोटी अश्वगंधा और बड़ी ये एफआईआर देसी अश्वगंधा का इस्तमाल अति मंथन के रूप में किया जाता है यह तो वह परिचय अब जानते है सी और इसमें से दवा कैसे निकालते हैं

अस्वागंधा से जुड़े कुछ प्रश्न उनके उत्तर|Some Questions Related to Aswagandha and their Answers-

अश्वगंधा खाने से क्या-क्या फायदा होता है

· अश्वगंधा के फायदे -
· मेन्टल हेल्थ के लिए फायदेमंद
· मोटापे को कम करता है
· शारीरिक क्षमता बढ़ाता है
· ब्लड शुगर लेवल को कम करता है
· टेस्टोस्टेरोन और मेल फर्टिलिटी को बढाता है
· रोग-प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है
· स्किन और बालों के लिए वरदान

अश्वगंधा से कौन कौन-कौन सी बीमारी ठीक होती है?

कैंसर सेल्स को खत्म करने और कीमोथेरपी से होने वाले साइड इफेक्ट्स से भी बचाने का काम करता है। -अश्वगंधा में मौजूद ऑक्सीडेंट आपके इम्युन सिस्टम को मजबूत बनाने का काम करता है। जो आपको सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियों से लडने की शक्ति प्रदान करता है। -अश्वगंधा वाइट ब्लड सेल्स और रेड ब्लड सेल्स दोनों को बढ़ाने का काम करता है।

अश्वगंधा खाने से पुरुषों को क्या-क्या फायदा होता है?

अश्वगंधा कैप्सूल का सेवन करने से टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ता है। जिससे पुरुषों में यौन इच्छा को बढ़ाने और सेक्स ड्राइव को उत्तेजित करने में मदद करता है। अश्वगंधा कैप्सूल के सेवन से पुरुषों में नाइट्रिक ऑक्साइड का संश्लेषण बढ़ जाता है। जिससे रक्त पहुंचाने वाली धमनियां अच्छे से कार्य करती है

अश्वगंधा कब नहीं लेना चाहिए याद रखिए -

अगर आप कब्ज समेत पेट संबंधी किसी विकार से परेशान हैं, तो अश्वगंधा का सेवन बिल्कुल न करें। इसके सेवन से उल्टी, डायरिया और पेट संबंधी परेशानियां हो सकती हैं। अगर आप किसी कारणवश लेना चाहते हैं, तो डॉक्टर से जरूर सलाह लें।

अश्वगंधा गर्म है या ठंडा जानिए -

इसमें उष्ण वीर्य ( गर्म शक्ति ) और मधुरा विपाक (तीक्ष्ण चयापचय संपत्ति) है। यह पित्त दोष (पाचन) को बढ़ाता है और वात (वायु) और कफ (पृथ्वी और जल) दोषों को शांत करता है।

अश्वगंधा 1 दिन में कितना खाना चाहिए यह जानना बहोत जरूरी है

आयुर्वेद के अनुसार एक दिन में 1 से 2 चम्मच (3-6 ग्राम) से अधिक अश्वगंधा का सेवन नहीं करना चाहिए. जरूरत से ज्यादा अश्वगंधा का सेवन से उल्टी आना, पेट खराब होना, डायरिया, अल्सर, एसिडिटी, स्किन रैशेज और एंक्जायटी का खतरा हो सकता है
यह भी जन ले की कौन सी कंपनी का अश्वगंधा अच्छा होता हैडाबर ओर वैद्यनाथ कंपनी का अश्वगंधा चुर्ण ओर अश्वगंधारिष्ठ सबसे अच्छे हैं।

ओरिजिनल अश्वगंधा की पहचान कैसे करें यह जानना बहोत जरूरी है

इंटरनेट पर उपलब्ध स्रोतों के अनुसार अश्वगंधा में काफी गंध होती है और अगर यह ताजी है तो यह गंध और भी ज्यादा हो जाती है. कहा जाता है कि अगर इसके पौधों को आपस में मसलतें हैं तो इसमें घोड़े के पेशाब जैसी गंध आती है. इसकी खेती भी की जाती है और जंगल में भी मिलता है. जंगल से अश्वगंधा लाने के लिए आपको इसकी पहचान होना आवश्यक है.

अश्वगंधा कैसे मिलती है|How to Get Ashwagandha

झाड़ी छोटी होने की वजह से अश्वगंधा नाम पड़ा झड़ी भाले ही छोटी हो लेकिन इसकी जड़ बहुत बड़ी होती है इस लिए अगर दवा के लिए जड़ का इस्तमाल होना है तो सबसे मुफीद है राजस्थान में नागौर नाम की जगह है यहां यह बहुत अधिक मात्र में पाई जाती है जलवायु के कारण यह और असरदार हो जाती है नागोरी अस्वागंधा भी कहते हैं बड़ी या प्राथमिकी देसी अस्वागंधा की जड़ छोटी और पतली होती है लेकिन इनकी झाडिय़ों का असफल खूब होता है अगर पत्ते का इस्तेमल करना है तो यह बेहतर है या बागीचो खेतो और पहाड़ी स्थानों में समान रूप से पाई जाती है अश्वगंधा की डोनन प्रजातियां 0.3 से 2 मीटर ऊंची होती हैं अब आगे बढ़ने से पहले चेतना और अनुरोध स्रोत आदि शोध के परिणाम हर इंसान के लिए अलग-अलग हो सकते हैं इसलिए अश्वगंधा या और कोई भी दूसरी जड़ बूटी का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर कर ले आपका काम आसन करने के लिए हम यह  चिजें इंटरनेट या अन्य कहीं से शोध करके लाये हैं

अस्वागंधा का उपयोग|Use Of Aswagandha

सर्दी का मौसम है इसमें खांसी आम बात है इसके लिए आप अश्वगंधा इस्तेमाल कर सकते हैं पानी में थोड़ा-थोड़ा पिलाने से काली खांसी कफ की समस्या में काफी आराम होता है इसकी गोलियों को खाने से सब प्रकार की खासी दूर होती है 

अगर कोई टीवी का मरिज है तो उसके लिए इसका बहुत ज्यादा फायदा होता है अश्वगंधा के उबटन का पेस्ट स्किन पर लगाने से इसके नहाने से त्वचा पर होने वाले रोगन से छुटकारा मिलता है शरीर में होने वाली सुजन में भी इस्तमाल होता है डायबिटीज लोगो के एक आम शिकायत होती हैं उनके जो घाव होते हैं वह जल्दी ठीक नहीं होते हैं ऐसे में अश्वगंधा की जड़ का पेस्ट घाव के इलाज पर काम कर सकते है मेंटल हेल्थ आज कितना बड़ा मुद्दा है यह बताने का जरूरी नहीं है प्रोफेशनल हेल्थ लेने के साथ-साथ आप अस्वागंधा की तरफ भी देख सकते हैं health Line की स्टडी में पता चलता है की अश्वगंधा तनाव और चिंता जैसी बीमारियों में भी फायदा करता है 

एक सोघ मे पाया गया कि अस्वागंध लेने से 100 में से 58 लोगों में हुये तनाव कम हुआ और उनकी जिन साइकिल भी बेहतर हुए अगर आप भी अश्वगंधा का  सेवन करना चाहते हैं तो आप हिमालय की यह अश्वगंधा ले सकते हैं लेकिन ध्यान रहे डॉक्टर की सलाह जरूर लें 

अश्वगंधा का सेवन आपकी परफॉर्मेंस भी बढ़ा सकता है हेल्थ मैन एक स्टडी से जाना की अश्वगंधा की एक सिमित मात्रा लेने से परफॉर्मेंस में भी सुधार आता है अश्वगंधा के सेवन से एथलीट के मैक्सिमम ऑक्सीजन कंजक्शन में अधिक सुधार आया मसल्स की ताकत बढ़ाने में भी बहुत कारगर है दोस्तों रिसर्च ने बताया है अस्वागंधा जो है कार्डियो को मसल्स को बढ़ाता है और उसे मजबूती देता है स्ट्रेंथ प्रदान करता है साथ ही साथ आपके दिल के फंक्शन को भी सुधार करता है और सांस की ऑक्सीजन में भी बढ़ाता है करता है जिस वजह से क्या होता है कि आपको ठंडा महसूस नहीं होती है और एथलीट को ठंडा महसूस न होने करण ही आपको इसका सेवन से फर्क नजर आता है  

मेल फर्टिलिटी एक ऐसा विषय है जिसके बारे में लोग बात करने से भागते हैं इसका फायदा उठाते हैं गली मोहल्ले में मिलने वाले नीम हकीम जिनसे आपको दूर रहना चाहिए एक  टेस्ट रूम के प्रोडक्शन के लिए जिमेदार है 

एक स्टडी में पाया गया की 8 हफ्ते तक लगतार अश्वगंधा का सेवन करने से स्पर्म 14.7% तक का इजाफा हुआ है जिसका संबंध टेस्टन से है कि यह औषधि स्पर्म का वॉल्यूम बढ़ाने में काम आती है अब आता है लेवल को बढ़ाता है अश्वगंधा के सेवन से मेमोरी भी साफ हो सकती है जी हां अस्वागंधा एक आयुर्वेदिक औषधि के साथ साथ एक रसायन भी है इसका प्रयोग आचार्य ने सदियों से प्रयोग किया है और साइंस ने भी मनुष्य को निरोगी या रोग रहित बनाने के लिए रोगन से लड़ने की क्षमता प्रदान करने में मदद करता है इसके अलावा अश्वगंधा लिकोरिया प्रेग्नेंसी से जूडी प्रॉब्लम कफ की समस्या पेट की बीमारी छति के दर्द में भी काम एक शक्ति है मतलब लिस्ट बहुत लंबी है बस इतना ध्यान रखिए फायदे के साथ नुक्सन भी है उससे हम कायदे से करें इस्तेमाल सिर्फ हम डॉक्टर की सलाह पर ही इस्तमाल करें व्हाट्सएप इनवर्स यूनिवर्सिटी की क्लास से दूर रहें।

आप यह पढ़ रहे हैं ekamarkosh blog और अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो प्लीज इस पोस्ट को शेयर करें